Hajj Yatra 2024 : सऊदी अरब में मर रहे भारतीय हज यात्री

Hajj Yatra 2024 : सऊदी अरब में मर रहे भारतीय हज यात्री

Hajj Yatra 2024 इस बार भीषण गर्मी की वजह से हज यात्रा में मरने वाली की संख्या लगभग 1000 बताई जा रही है।

AFP के अनुसार लगभग 10 देशो ने वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान 1,081 मौत होने की सोचा दी है।

AFP के मुताबिक सऊदी अरब में एक डिप्लोमैट ने बुधवार को कहा की हज यात्रा के दौरान 68 भारतीय नागरिको की मौत हो गई , नाम न बताने की शर्त पर बात करने वाले उसने कहा की हमने लगभग 68 भारतीय हज यात्रिओ की मौत की पुष्टि की है।

आपको बता दे की कुछ की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है और हमारे पास कई बुजुर्ग तीर्थयात्री ऐसे भी है जो मौसम की स्थिति के कारण उनकी मृत्यु हुई है।

मक्का में पारा 51 के पार

Hajj Yatra 2024 हज का समय चंद्र इस्लामी कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होता है इस साल फिर से यह गर्मी के मौसम के पड़ा , राष्ट्रीय मौसम विज्ञानं केंद्र ने मक्का की ग्रैंड मस्जिद में इस हफ्ते 51.8 डिग्री सेलसियस जा उच्चतम तापमान रहा।

Hajj Yatra 2024 के दौरान कई कारणों से तीर्थयात्रिओ की मौत हो गई जिसमे से भीड़ से कुचलकर , बीमारी या गर्मी से होने वाली मौत शामिल है इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी को अधिकतर मौसम का कारण बताया जा रहा है।

सऊदी अरब ने नहीं दी अधिक जानकारी

हालांकि सऊदी अरब ने आधिकारिक तौर पर मौतों की सही जानकारी नहीं दी है , उसने केवल रविवार को ही भीषण गर्मी से निढाल होने वालो की संख्या 2700 से अधिक लोगो की सुचना दी है।

AFP के मुताबिक एक अरब राजनयिक ने बताया की गुरुवार को रिपोर्ट की गई मौतों में 58 मिस्त्र के लोग शामिल है , उन्होंने कहा की मरने वालो में 658 मिस्त्रिओ में से 630 यात्री बिना रजिस्टर दर्ज कराये आये थे।

डिप्लोमैट ने कहा की मिस्त्र के तीर्थयात्रिओ की मौत का मुख्य कारण गर्मी है जिससे उच्च रक्तचाप और अन्य कई समस्याओ से जुडी जटिलताएं पैदा हो रही है।

शवों का अंतिम संस्कार

सवाल ये उठता है की यदि हज के दौरान हजयात्रिओ की मौत होने पर उनके शव को उनके देश भेजा जाता है या फिर उन शवो का अंतिम संस्कार सऊदी अरब में ही कर दिया जाता है।

सऊदी अरब के हज सम्बंधित कानून में यह नियम है की अगर हज के दौरान किसी की भी मृत्यु हो जाती है तो उसका शव उसके देश नहीं भेजा जाता है बल्कि उस शव को सऊदी अरब में ही दफना दिया जाता है।

Hajj Yatra 2024 के तयारी करते समय हर व्यक्ति हज से सम्बंधित एक आवेदन पत्र पर हस्ताछर करता है उसमे लिखा होता है की अगर सऊदी अरब में यदि जमीन पर या आसमान पर उसकी मृत्यु होती है तो उसके शव को सऊदी अरब में ही दफना दिया जाएगगा।

इसमें उस व्यक्ति के परिजनो के परिवार की कोई आपत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। Hajj Yatra

दो राजनयिक ने गुरुवार को AFP को बताया की सऊदी अधिकारियो ने मृत यात्रिओ को सऊदी अरब में ही दफ़नाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है , जिसमे शवों को साफ करना , उन्हें सफ़ेद कपड़ो में लपेटना , और उन शवों को अलग- अलग कब्रों में दफनाना शामिल है।

Hajj Yatra 2024 एक डिप्लोमैट ने ये भी कहा की शवों को दफ़न सऊदी अधिकारियो द्वारा किया जाता है , उनके पास उनकी खुद ही प्रणाली है , इसीलिए हम बस उसी का पालन करते है।

उन्होंने ये भी बताया की देश मृतकों के परिजनो के परिवार को यथासंभव सूचित करने का काम जारी है।

Hajj Yatra 2024 दूसरे डिप्लोमैट ये भी कहा की मौतों की संख्या को देखते हुए कई परिवार को समय से पहले ही सूचित करना असंभव होगा , खासकर मिस्त्र में जहा बहुत से लोग मरे है।

हर साल हजारो हज यात्री हज आने की कोसिस करते है लेकिन वे आधिकारिक हज वीजा का खर्चा नहीं उठा पाते है , ये लोग हज रूट पर सऊदी प्रशासन की ओर से प्रदान की गई एयर-कंडीशन जैसी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते है।

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