Hariyali Teej : अविवाहित लड़किया हरियाली तीज का व्रत कैसे करे
Hariyali Teej हर वर्ष श्रावण के महीने में हरियाली अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है , ये पर्व शादी शुदा महिलाओ के लिए बहुत ही खास होता है।
हरियाली तीज के दिन शादी शुदा महिलाये ही व्रत रखती है , लेकिन कुवारी और अविवाहित लड़की भी यह व्रत रख सकती है।
अविवाहित लड़की अपने अच्छे वर के लिए यह हरियाली तीज का व्रत रखती है , और इस बार हरियाली तीज का व्रत 7 अगस्त 2024 को रखा गया है , और इस दिन सभी स्कूल और कॉलेज का छूटी राखी गयी है।
उत्तर प्रदेश विद्यालय शिक्षा निदेशालय के तरफ से 7 अगस्त 2024 को छूटी जारी कर दिया गया है –
क्यों मनाते है हरियाली तीज का व्रत
Hariyali Teej देवी पार्वती ने कई सालो तक कठोर तपस्या करके शिवजी को मना लिया था भगवान शिवजी ने पार्वती की कठोर तपस्या से खुश होकर शिवजी ने पार्वती को अपनी अर्धागिनी के रूप में स्वीकार कर लिया और इसी दिन से हर वर्ष हरियाली तीज का व्रत हर शादी शुदा महिलाये और अविवाहित लड़की करती है।
हरियाली तीज हर साल श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तीज को ही आती है जबकि भाद्रपद शुक्ल तीज को हरितालिका तीज का व्रत कहा जाता है। Hariyali Teej
हरियाली तीज विवाहित स्त्री अपनी पति की लम्बी उम्र के लिए करती है जबकि कुवारी लड़किया हरियाली तीज का व्रत एक अच्छा पति को पाने के लिए करती है।
Hariyali Teej आस्था और प्रेम का यह त्यौहार भगवान शिवजी और माता पार्वती की पुनः मिलन के याद में मनाया जाता है , और हरियाली तीज के दिन कई स्थानों पर मेला लगाया जाता है और कई स्थानों पर भगवान् शिवजी और माता पार्वती की प्रतिमा के साथ बहुत ही धूम धाम से सवारी निकाली जाती है।
हरियाली तीज व्रत करने की पूजा विधि
1 – हरियाली तीज का व्रत रखने से पहले शादी शुदा महिलाये और लड़की को ये बाते ध्यान देने चाहिए , यदि आप हरियाली तीज का व्रत रख रही है तो आपको हरियाली तीज के दिन भोजन नहीं करना चाहिए।
2 – हरियाली तीज के दिन यदि आप भोजन न करने से अपने आप को थका हुआ महसूस कर रही है तो आप दिन में दो या तीन बार स्नान कर सकती है लेकिन स्नान करते समय आपको पानी में नीम की पत्ती या तुलसी की पत्ती को पानी में डालकर स्नान करना चाहिए।
3 – हरियाली तीज का व्रत करने वाली महिलाये और लड़की को अपने पूजा घर में भगवान शिवजी और माता पार्वती की प्रतिमा को सजा देना चाहिए और पूजा सामग्री को एक साथ रख देना चाहिए।
4 – हरियाली तीज में पूजा सामग्री के नाम ( हल्दी , कुकू , मेहँदी , गंध , पुष्प , माला , पान , इत्यादि ) है। Hariyali Teej
5 – हरियाली तीज के दिन ये सभी पूजा की सामग्री अर्पित करने के बाद भगवान शिवजी और माता पार्वती की आरती उत्तारी जाती है और आरती उतारते समय लोकगीत गाना चाहिए।
6 – हरियाली तीज के दिन महिलाये और लड़की जो ये व्रत रखती है उस दिन व्रत के साथ-साथ माता गौरी की कथा सुननी चाहिए और भगवान शिवजी और माता पार्वती की लम्बी उम्र की दुआ करनी चाहिए।
7 – जो भी महिलाये और लड़की हरियाली तीज का व्रत रखती है उस दिन कुछ खाना नहीं चाहिए बल्कि उसके अगले दिन उठकर स्नान करके और पूजा करने के बाद ही भोजन करना चाहिए।
8 – हरियाली तीज के दिन विवाहित स्त्रियों के मायके से श्रृंगार का सामान और मिठाई अपनी बेटी के ससुराल भेजा जाता है।
9 – हरियाली तीज के दिन व्रत रखने वाली महिलाये और लड़की को हरे वस्त्र पहनना चाहिए और हाथो में मेहँदी लगाना चाहिए और श्रृंगार करना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के दौरान हरियाली तीज कैसे करे
यदि कोई महिला गर्भ से है तो वो भी हरियाली तीज का व्रत रख सकती है , और गर्भवती महिला को हर दो घंटे में कुछ न कुछ खाना चाहिए जिससे की उसके बच्चे को पालन पोषण मिल सके , और वो महिला भी आंतरिक रूप से मजबूत महसूस करे।